**सफर उस अजनबी के साथ**
सफर जब शुरू हुआ फिर से उस अजनबी के साथ,
ना जाने क्यों इतना टूटने के बाद,
फिर से भरोसा जमा उस अजनबी के साथ,
किरदार तो बदला मेरा शायद ,
वह नहीं रही जो हुआ करती थी किसी और के साथ,
मगर उससे भी ज्यादा हो गई एक अजनबी के साथ,
दिल करता है बाहों में जिंदगी बीत जाए उस अजनबी के साथ,
वह एक ठंडी हवा का झोंका है उस गरम सी लू के साथ,
वह पागल है किसी पागल सी लड़की के साथ ,
वो दिल के बहुत करीब है उसकी बकबक के साथ,
हां...
ना जाने क्यों इतना टूटने के बाद,
फिर से भरोसा जमा उस अजनबी के साथ,
किरदार तो बदला मेरा शायद ,
वह नहीं रही जो हुआ करती थी किसी और के साथ,
मगर उससे भी ज्यादा हो गई एक अजनबी के साथ,
दिल करता है बाहों में जिंदगी बीत जाए उस अजनबी के साथ,
वह एक ठंडी हवा का झोंका है उस गरम सी लू के साथ,
वह पागल है किसी पागल सी लड़की के साथ ,
वो दिल के बहुत करीब है उसकी बकबक के साथ,
हां...