हम भारतवासी हैं
हम रहते हैं उस देश जहां,
सब अपने हैं कोई पराया नहीं,
जिसने बोया बीज नफ़रत का,
वो नीच यहाँ टिक पाया नहीं,
सभी धर्म हैं एक यहाँ,
ना जाति का ही कोई भेद है,
हाँ मगर कुछ लोगों की
कुत्सित मानसिकता पर हमें खेद है,
आदर...
सब अपने हैं कोई पराया नहीं,
जिसने बोया बीज नफ़रत का,
वो नीच यहाँ टिक पाया नहीं,
सभी धर्म हैं एक यहाँ,
ना जाति का ही कोई भेद है,
हाँ मगर कुछ लोगों की
कुत्सित मानसिकता पर हमें खेद है,
आदर...