सत्य की राह पर चल सपने साकार कर
राहों से जोड़ ले रिश्ता कोई
यूँ ही नहीं मिलती है मंजिल यहाँ
चलते रहना सदा, है मुसाफिर तू ही
संघर्ष बिन ना होता कुछ अर्जित यहाँ
बेड़ियां वो बनी नहीं, बाँध सके जो...
यूँ ही नहीं मिलती है मंजिल यहाँ
चलते रहना सदा, है मुसाफिर तू ही
संघर्ष बिन ना होता कुछ अर्जित यहाँ
बेड़ियां वो बनी नहीं, बाँध सके जो...