...

11 views

यूं ही रोता 🥺 हूं
तुम जो बातें करती हो ,
सुकून मुझे मिलता है

तुम ऐसे ही मुझसे बातें करती रहो
मुझे खुशी का अनुभव होता है

तुम यह शक मत करो करना
मुझे खुशी नहीं मिलती

तुम जो बातें नहीं करती हो
शांति मुझे नहीं मिलती

बेचैन सा रहता हूं तुम्हारी यादों में
बिना किसी को पता चले मैं
यूं ही रोता हूं

जो मिले उस‌से मुस्कुराकर के बात करता हूं
दिखाता नहीं कि मैं हर रोज किसी के याद में
यूं ही रोता हूं
© its_poetic_devpragya