लाओ.....मुझको मेरे हवाले कर दो
सफ़र ए इश्क़ पांव पर छाले कर दो
कुछ कतरे भी लहू के काले कर दो
उतरा नहीं अब तलक हलक से मेरे
ऐसा करो,इस ग़म के निवाले कर दो
सम्हाल न सकोगे अब तुम मुझको...
कुछ कतरे भी लहू के काले कर दो
उतरा नहीं अब तलक हलक से मेरे
ऐसा करो,इस ग़म के निवाले कर दो
सम्हाल न सकोगे अब तुम मुझको...