6 views
#majburi jhuth Nhin..
#मजबूरी
झूठ नहीं मजबूरी है,
तुम जानों क्या क्या ज़रूरी है;
नंगे बदन की भी अपनी धुरी है,
.
.
कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता,
किसी की बर्बादी का किस्सा सुनाया नहीं जाता,
एक बार जी भर के देख लो इस चेहरे को,
क्योंकि बार बार कफ़न उठाया नहीं जाता।
© अल्फाज़.शायरी
झूठ नहीं मजबूरी है,
तुम जानों क्या क्या ज़रूरी है;
नंगे बदन की भी अपनी धुरी है,
.
.
कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता,
किसी की बर्बादी का किस्सा सुनाया नहीं जाता,
एक बार जी भर के देख लो इस चेहरे को,
क्योंकि बार बार कफ़न उठाया नहीं जाता।
© अल्फाज़.शायरी
Related Stories
7 Likes
0
Comments
7 Likes
0
Comments