प्यार की सीमा न कोई ....
प्यार की कोई सीमा नहीं है,
यह अनंत आकाश की तरह है
जिसका कोई ओर- छोर नहीं है।
यह बहता पवन की तरह है
जिसे किसी भी तरह के बंधन में
कभी नहीं बांधा जा सकता है।
यह निर्मल जल की तरह है
जो स्वयं में समाहित करके
सबके अस्तित्व...
यह अनंत आकाश की तरह है
जिसका कोई ओर- छोर नहीं है।
यह बहता पवन की तरह है
जिसे किसी भी तरह के बंधन में
कभी नहीं बांधा जा सकता है।
यह निर्मल जल की तरह है
जो स्वयं में समाहित करके
सबके अस्तित्व...