ग़ज़ल
खिलेगा ही नहीं गुल अब शजर में
ख़बर फैला दो ये सारे नगर में
बनाया चाँद पे जबसे नया घर
हमेशा ही मैं रहता हूँ ख़बर में
सताए शह्र गर ज़ालिम तुझे तो...
ख़बर फैला दो ये सारे नगर में
बनाया चाँद पे जबसे नया घर
हमेशा ही मैं रहता हूँ ख़बर में
सताए शह्र गर ज़ालिम तुझे तो...