खामोशिया कहती रही
खामोशिया कहती रही
खामोशिया सुनती रही
हाले दिल ' जो कह न पाए '
खुद को रहे खुद से छुपाए
पर अश्को ने चुप्पी तोड़ दी
हम शर्मशार हुए
जिनके लिए कत्ल कर दिया , खुद को
उन्ही की नजरों में गुनहगार हुए ।
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खामोशिया सुनती रही
हाले दिल ' जो कह न पाए '
खुद को रहे खुद से छुपाए
पर अश्को ने चुप्पी तोड़ दी
हम शर्मशार हुए
जिनके लिए कत्ल कर दिया , खुद को
उन्ही की नजरों में गुनहगार हुए ।
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