आसमान की ऊंचाइयों को छू कर चल
आसमान की ऊंचाइयों को छू कर चल
गिर संभल फिर उठ कर चल
तू हारेगा नहीं , तू थकेगा नहीं
तू रुकेगा नहीं तू टूटेगा नहीं
तू झुकेगा नहीं
रास्तों की कांटों पर लड चल ...
गिर संभल फिर उठ कर चल
तू हारेगा नहीं , तू थकेगा नहीं
तू रुकेगा नहीं तू टूटेगा नहीं
तू झुकेगा नहीं
रास्तों की कांटों पर लड चल ...