...

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पिरित के बंधना
ए मया पिरित के बंधना ह घलो
अबड़ जुलुम करथे संगवारी
कतको खुशी दे के हृदय ल
आंखी हा आंसू बोहा ही दे दे
पहली दुनिया जमाना के
कोनो संसो नई करे
तहां जोड़ी छुटे के डर हा
आखिर रोवा ही दे थे



#छत्तीसगढ़ी


© Rishali