...

6 views

क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?
क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?

खोने में सुख और पाने में दुःख का अनुभव कभी किया है ,

नीचे से ऊपर तक तो सभी जाना चाहते है ,

क्या ऊपर से नीचे गिरने का स्वाद कभी चखा है ?

क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?

आगे बढ़कर तो मंज़िल को पा लेते है सभी ,

क्या उलटे चलकर मंज़िल को कभी छुआ है ?

क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?

किताब सीधी हो तो मतलब सभी समझ लेते है ,

क्या उलटी किताब पकड़कर अर्थ को कभी समझा है ?

क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?

चढ़ते सूरज को तो सभी नतमस्तक करते है ,

क्या ढलते सूरज के आगे सिर कभी झुका है ?

क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?

दिल लगाने में जो मज़ा है ,

क्या दिल टूटने मे भी वही मज़ा लिया है ?

बात टेडी हो तो जल्द समझ आये सबको ,

बात सीधी हो तो लगती सज़ा है !

क्या लाइफ को कभी उलटी तरह जिया है ?


© Shweta k Thapliyal