हर घर की सान हैं बेटियां।
नये दौर नये युग की है शान बेटियां,
माता पिता की आन बान शान हैं बेटियां,
सृष्टि को आगे बढ़ाती रही हैं ये,
धरती ही नहीं आज आसमां बेटियां।
हिमालय से भी ऊंची है इनकी उड़ान अब,
किसी की मोहताज नहीं इनकी पहचान अब,
झुकता है इसके आगे सारा जहां अब,
भारत ही नहीं विश्व चलाती है बेटियां।।
@रीशु के अल्फ़ाज़
माता पिता की आन बान शान हैं बेटियां,
सृष्टि को आगे बढ़ाती रही हैं ये,
धरती ही नहीं आज आसमां बेटियां।
हिमालय से भी ऊंची है इनकी उड़ान अब,
किसी की मोहताज नहीं इनकी पहचान अब,
झुकता है इसके आगे सारा जहां अब,
भारत ही नहीं विश्व चलाती है बेटियां।।
@रीशु के अल्फ़ाज़