हमसफ़र बिना
शमा पिघलती रही रात ढलती रही
एक तमन्ना कलेजा मसलती रही
आंख नदी आंसुओं की उबलती रही
एक साया तसव्वुर में घूमा किया
तेरी याद आती रही याद जाती रही
तेरा प्यार दिल पे...
एक तमन्ना कलेजा मसलती रही
आंख नदी आंसुओं की उबलती रही
एक साया तसव्वुर में घूमा किया
तेरी याद आती रही याद जाती रही
तेरा प्यार दिल पे...