...

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हम तुम..
प्रेम रूपी जल में सराबोर
हम दोनों एक जोड़े हंस के
लिए मन में आस मिलन के
नव सृजन नव जीवन के।
पँखों में है उत्सुकता
प्रेम बूंद से प्लावन के।
है विरह की बेला अभी
प्रतीक्षा भी है क्षण क्षण में।
थी नीरसता इस जीवन में
रस भर रहा अब कण कण में।
जो मिलेंगे हम तुम प्रिय
उठेंगे लहरें भावनाओं के
इस शांतचित्त से तनमन में।
बहेंगे दो हृदय धड़क कर
प्रेम धराओं के संगम में।



© shalini ✍️
#life
#Love&love