हम गिद्ध नहीं तो और क्या?
मृत शरीर को अवसर मानकर
मौत की करते जमकर व्याख्या
सोचने पर विवश हो जाता मन
हम गिद्ध नहीं तो और क्या?
खुलकर दिखाते अपना वर्चस्व
मानवता की करते निर्मम हत्या
सोचने पर विवश हो...
मौत की करते जमकर व्याख्या
सोचने पर विवश हो जाता मन
हम गिद्ध नहीं तो और क्या?
खुलकर दिखाते अपना वर्चस्व
मानवता की करते निर्मम हत्या
सोचने पर विवश हो...