...

3 views

भीगी पलकें
मेरी भीगी पलके सूखा सको तो स्वागत है,
मुझे अपना बना सको तो स्वागत है,
चन्द फासलो में ठहरा हूँ,
मुझे गले लगा सको तो स्वागत है,
एक उम्र के पडाव को पार कर रखा है,
अपना साथ दे निभा सको तो स्वागत है,
मेरी भीगी पलके सूखा सको तो स्वागत है,
मुझे अपना बना सको तो स्वागत है,
रफ्तार भरी इस महफ़िल में,
कुछ गुनगुना सको तो स्वागत है,
रिश्तों के दरमियाँ गीले शिकवे मिटा सको तो स्वागत है,
ताउम्र इंतज़ार में ही ना बीत जाए मेरी,
अपना बना सको तो स्वागत है,
मेरी भीगी पलके सूखा सको तो स्वागत है,
मुझे अपना बना सको तो स्वागत है।
© Ambuj Pathak