...

15 views

शायरी
सीधी राहों पर सीधे बनकर बहुत चलकर देखा
​सोचतें है थोडा तेढीं राहंपर तेढे चलकर देखें...
​किसें पता शायद उस राह पर ऐसीं रूह मिल जायें
​जिससें इस बेजान रूहं में कुछ सांसे मिल जायें..

​ शोभा मानवटकर...


© All Rights Reserved