कितना तड़पाओगे
यूँ कब तलक तड़पाओगे मुझे;
कब तलक रुलाओगे,
जान निकल जाएगी फिर तो छोड कर जाओगे।
हर रोज़ ये दुआ करूॅ तुझसे दूर ना जाऊँगी,
फिर वही बातें करके हमें तुम दूर भगाओगे।
आखों की ये आसु अब मायने नहीं रखती ना;
रोती रहूं तो वापस बहाने कर जाओगे।
अब जी नहीं करता तुझे याद करने को,
क्या करूं खुद ही आकर याद दिला जाओगे।
© All Rights Reserved
कब तलक रुलाओगे,
जान निकल जाएगी फिर तो छोड कर जाओगे।
हर रोज़ ये दुआ करूॅ तुझसे दूर ना जाऊँगी,
फिर वही बातें करके हमें तुम दूर भगाओगे।
आखों की ये आसु अब मायने नहीं रखती ना;
रोती रहूं तो वापस बहाने कर जाओगे।
अब जी नहीं करता तुझे याद करने को,
क्या करूं खुद ही आकर याद दिला जाओगे।
© All Rights Reserved