दिवाना था मैं उसका ....
दिवाना था मैं उसका ,
वो थी किसी और की ।
ज़माना था मैं उसका,
वो किसी और की ।
कहती थी है प्यार तुमसे ,
खुशी ही इसमें गजब थी ।
पर रहती वो इलावा,
ये बात बड़ी अजब थी।
समझ पाता ,
न समझा...
वो थी किसी और की ।
ज़माना था मैं उसका,
वो किसी और की ।
कहती थी है प्यार तुमसे ,
खुशी ही इसमें गजब थी ।
पर रहती वो इलावा,
ये बात बड़ी अजब थी।
समझ पाता ,
न समझा...