मौसम
थोड़ी सी धूप मिले तेरे प्यार कि
तो मैं भी खिल जाऊ
पतझड़ सी दूरी तेरे मेरे दरम्यान
कुछ ऐसा कर कि...
तो मैं भी खिल जाऊ
पतझड़ सी दूरी तेरे मेरे दरम्यान
कुछ ऐसा कर कि...