khud se guftgu 2
आज दिन कुछ बदला बदला सा है,
शायद कुछ khney की कोशिश ये कर रहा है।
खुली आंखों से सपने देख,
शायद यही कहना चाह रहा है।
तू क्यों परेशान होता है, कल...
शायद कुछ khney की कोशिश ये कर रहा है।
खुली आंखों से सपने देख,
शायद यही कहना चाह रहा है।
तू क्यों परेशान होता है, कल...