प्रीत
हे कृष्ण...
सागर की एक बूंद सा प्रेम मैंने कर लिया है...
तेरा स्मरण मैंने कर लिया है....
अब बस तेरी बांसुरी की धुन में खो कर तेरे पग चिन्हों पर चलना रह गया है...
सागर की एक बूंद सा प्रेम मैंने कर लिया है
तेरा स्मरण मैंने कर लिया है....
अब बस सब...
सागर की एक बूंद सा प्रेम मैंने कर लिया है...
तेरा स्मरण मैंने कर लिया है....
अब बस तेरी बांसुरी की धुन में खो कर तेरे पग चिन्हों पर चलना रह गया है...
सागर की एक बूंद सा प्रेम मैंने कर लिया है
तेरा स्मरण मैंने कर लिया है....
अब बस सब...