Men's Irony
ज़िद पे अड़ जाऊ..
या फना हो जाऊ।
कहो जिस माटी से उठा ,
उस माटी में मिल जाऊ..,
उठते बवंडर से टकराऊ..
भड़के शोलो से भीड़ जाऊ!
और बताओ, मैं क्या कर जाऊ?
ये मझधारे,...
या फना हो जाऊ।
कहो जिस माटी से उठा ,
उस माटी में मिल जाऊ..,
उठते बवंडर से टकराऊ..
भड़के शोलो से भीड़ जाऊ!
और बताओ, मैं क्या कर जाऊ?
ये मझधारे,...