आप मुझसे इस कदर जुड़ने लगे
धीरे- धीरे मेरे होने लगे हैं,
आप मुझसे इस कदर जुड़ने लगे हैं
करीब आकर जो मुझको मुझसे
ही चुराने लगे हैं,
ना जाने ये साथ कब तक होगा,
जैसे जैसे बीतने लगा है वक़्त
एक एक पल हम आपसे
दूर होने से डरने लगे हैं,
कहता है मेरा मन मैं समेट लूँ
इन लम्हों को खुद में
मेरे दिल से होकर
आप मेरी रूह में उतरने लगे हैं,
आपसे दूर होने के ख्वाब से
ही मेरी आँखें अश्कों से भरने लगे हैं,
आप मुझसे इस कदर जुड़ने लगे हैं||
© Kajal Mishra ✍️
आप मुझसे इस कदर जुड़ने लगे हैं
करीब आकर जो मुझको मुझसे
ही चुराने लगे हैं,
ना जाने ये साथ कब तक होगा,
जैसे जैसे बीतने लगा है वक़्त
एक एक पल हम आपसे
दूर होने से डरने लगे हैं,
कहता है मेरा मन मैं समेट लूँ
इन लम्हों को खुद में
मेरे दिल से होकर
आप मेरी रूह में उतरने लगे हैं,
आपसे दूर होने के ख्वाब से
ही मेरी आँखें अश्कों से भरने लगे हैं,
आप मुझसे इस कदर जुड़ने लगे हैं||
© Kajal Mishra ✍️