चौराहा
चौराहा
कुछ इस तरह से मश्ग़ूल है हालतेजिन्दगी,
ख़ुशी और ग़मो के बस जद्दोज़हद में !
दौराने सफर मैं मुख़्तिलिफ क़िस्म के लोग भी मिले,
कुछ हमसफ़र बने तो कुछ सरे राह छोड़ गए !
मौहब्बत करने की क़ोशिश में, कुछ तो नादानियाँ हुई,
जिनसे...
कुछ इस तरह से मश्ग़ूल है हालतेजिन्दगी,
ख़ुशी और ग़मो के बस जद्दोज़हद में !
दौराने सफर मैं मुख़्तिलिफ क़िस्म के लोग भी मिले,
कुछ हमसफ़र बने तो कुछ सरे राह छोड़ गए !
मौहब्बत करने की क़ोशिश में, कुछ तो नादानियाँ हुई,
जिनसे...