वाह बेवफा मान लिया
वाह... बेवफा मान लिया....
कितना जल्दी मन में ऐसा ठान लिया
थोड़े अपने संस्कारों का ध्यान रखो
क्यों अभी से अपने वंश का नाम रोशन करा लिया
क्यों ऐसे ही अपने माता पिता का नाम ऊपर उठवा लिया...
बोल बेवफा अब तक कितनो के ज़िंदगी का खेल बजा दिया...
तुझे ना सोचा था ऐसा कभी
क्यों खुद पर मेरी नजरों में ये दाग,तूने अपने ऊपर लगा दीया..
अब...
कितना जल्दी मन में ऐसा ठान लिया
थोड़े अपने संस्कारों का ध्यान रखो
क्यों अभी से अपने वंश का नाम रोशन करा लिया
क्यों ऐसे ही अपने माता पिता का नाम ऊपर उठवा लिया...
बोल बेवफा अब तक कितनो के ज़िंदगी का खेल बजा दिया...
तुझे ना सोचा था ऐसा कभी
क्यों खुद पर मेरी नजरों में ये दाग,तूने अपने ऊपर लगा दीया..
अब...