बेनाम सी मोहब्बत...
मै बेनाम सी मोहब्बत जिये जा रही हू,
न जाने किस ओर अपनी किस्मत लिखे जा रही हु,
नुश्ख ए जमाना दुनियादारी सिखा रही है,
ख़ामोसी मेरा हाल पूछा करती है,
उनकी नजरे...
न जाने किस ओर अपनी किस्मत लिखे जा रही हु,
नुश्ख ए जमाना दुनियादारी सिखा रही है,
ख़ामोसी मेरा हाल पूछा करती है,
उनकी नजरे...