...

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मौन व्रत
#अपराध
मन मौन व्रत कर अपराध करता है
किस भांति देखो आघात करता है
दिल में अनेकों घावों को छुपायें ।
चेहरे पर मधुर मुस्कान रखता है ॥
मन मौन व्रत कर अपराध करता है।
शब्दों के कठोर प्रहार हृद्धय पर सहता है ।
रूह की घुटन को छुपा कर हर बार तड़पता है ।
मन मौन व्रत कर अपराध करता है ॥

© shakuntala sharma