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लम्हों की यादें
जब हंसने के दिन आए तुम्हारे
तब जी खोलकर हंसा करो तुम
हर लम्हें में खुशी मनाओ
खुशियों की तिजोरी भरा करो तुम
जब भी जिंदगी तुम्हें बुलाए
खुशियों से गले लगाओ उसे
ध्यान रहे कोई पल ना छूटे
आंसू में कभी ना गंवाओ उसे
क्योंकि जब गम के बादल छाएगें
तब यही तो है जो काम आएंगे
अंधकार में रोशनी फैलाकर
इन्हीं लम्हों की यादें हमें आगे ले जाएंगे
तब जी खोलकर हंसा करो तुम
हर लम्हें में खुशी मनाओ
खुशियों की तिजोरी भरा करो तुम
जब भी जिंदगी तुम्हें बुलाए
खुशियों से गले लगाओ उसे
ध्यान रहे कोई पल ना छूटे
आंसू में कभी ना गंवाओ उसे
क्योंकि जब गम के बादल छाएगें
तब यही तो है जो काम आएंगे
अंधकार में रोशनी फैलाकर
इन्हीं लम्हों की यादें हमें आगे ले जाएंगे
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