प्रकृति की सुंदरता और रहस्य
सुबह की मीठी सी धूप,
उसपे सूरज की लालिमा,
पक्षी के मीठे कलरव,
प्रकृति का सौदर्य अदभुत है।
समंदर के किनारे बैठना,
उसकी लहरों को छूना,
लहरों का किनारे से टकराना,
ये आवाज़ भी अदभुत है।
चंचल सी नदियाँ का बहना,
मीठे झरने का खल खल वहना,
होले होले बारिश का आना,
कुदरत का नज़ारा अदभुत है।
शाम होते ही सूरज का ढल जाना,
चाँद सितारों का आसमाँ में आना,
रोशनी से पूरे जहाँ को चमकाना,
प्रकृति का ये सौंदर्य अदभुत है।
प्रकृति के सौंदर्य का रहस्य नहीं जानते,
पर उसकी सुंदरता बड़ी मनमोहक है,
वो हमारे मन को प्रसन्नता देती है,
और उम्मीद की रोशनी जलाये रखती है।
निशा शेठ
© All Rights Reserved