गुफ्तगू
#स्वीकार
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही कहां जुड़ते है #रिश्ते किसी से
मिरी #ख़ुदा #मेहरबाँ ज़रूर हुआ होगा
मैं नहीं #मुखर इतना उसके जैसा
मगर कुछ तो उससे #वाबस्ता रहा होगा
माना के #गुफ्तगू में पीछे रह गए हम
उसे पर #आंखों को #पढ़ना तो आया होगा
© anamika
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही कहां जुड़ते है #रिश्ते किसी से
मिरी #ख़ुदा #मेहरबाँ ज़रूर हुआ होगा
मैं नहीं #मुखर इतना उसके जैसा
मगर कुछ तो उससे #वाबस्ता रहा होगा
माना के #गुफ्तगू में पीछे रह गए हम
उसे पर #आंखों को #पढ़ना तो आया होगा
© anamika