गुल्लक
जमा कर रखी हैं यादें माटी की इक गुल्लक में
चवन्नी अट्ठन्नी सी यादों से भरी है मेरी इक गुल्लक
बच्पन की परियों ,
गुड्डे गुड्डीयों के शामियाने
चाँद में बुढ़िया...
चवन्नी अट्ठन्नी सी यादों से भरी है मेरी इक गुल्लक
बच्पन की परियों ,
गुड्डे गुड्डीयों के शामियाने
चाँद में बुढ़िया...