देहलीज
देहलीज
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब में कोख में था तो माँ ने तुझे कितनी बार लाँघा तब तुम्ही तो थी महसूस करने वाली
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब पहली बार माँ के पेट में दर्द हुआ और उसे अस्पताल ले जाया गया तब तुम्ही तो थी घर में अकेली जो सब मंगल हो की ईश्वर से प्राथना कर रही थी
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
ज़ब मेने जन्म लिया और अस्पताल से घर आया तुम ने सबसे पहले हर्सोउल्लास मनाया
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब कभी घुटन के कारण में रोने लगता तो माँ मुझे गोद में लेकर तुम्हारी गोद में बैठ जाती तो मुझे एक साथ दो दो माँ का प्यार महसूस होता और में आनंदित हो जाता
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब में पहली बार घुटनो के बल चलने लगा और तुम्हे लांघा जैसे ही तुम्हे स्पर्श किया तो मुझे महसूस हुआ तुम्हारा मुझे आशीर्वाद देना
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब में थोड़ा बड़ा हुआ तो पहली बार स्कूल गया तुम्हे लाँघा तुमने कहा खूब मन लगाकर पड़ना मेरे राजा...
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब में कोख में था तो माँ ने तुझे कितनी बार लाँघा तब तुम्ही तो थी महसूस करने वाली
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब पहली बार माँ के पेट में दर्द हुआ और उसे अस्पताल ले जाया गया तब तुम्ही तो थी घर में अकेली जो सब मंगल हो की ईश्वर से प्राथना कर रही थी
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
ज़ब मेने जन्म लिया और अस्पताल से घर आया तुम ने सबसे पहले हर्सोउल्लास मनाया
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब कभी घुटन के कारण में रोने लगता तो माँ मुझे गोद में लेकर तुम्हारी गोद में बैठ जाती तो मुझे एक साथ दो दो माँ का प्यार महसूस होता और में आनंदित हो जाता
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब में पहली बार घुटनो के बल चलने लगा और तुम्हे लांघा जैसे ही तुम्हे स्पर्श किया तो मुझे महसूस हुआ तुम्हारा मुझे आशीर्वाद देना
ऐ देहलीज तेरा शुक्रिया
जब में थोड़ा बड़ा हुआ तो पहली बार स्कूल गया तुम्हे लाँघा तुमने कहा खूब मन लगाकर पड़ना मेरे राजा...