ख्याल ए ज़िन्दगी
आज फिर एक ख्याल-ए-दिल आया जब हम नहीं होंगे..!!
तो क्या ये मिरे अल्फाज़ कभी ज़माना-ए-बंदगी के होंगे..!!!
© दीपक बुंदेला आर्यमौलिक
तो क्या ये मिरे अल्फाज़ कभी ज़माना-ए-बंदगी के होंगे..!!!
© दीपक बुंदेला आर्यमौलिक
Related Stories