।। मुलाक़ात न हुई ।।
मिले तो हैं हम उनसे
मगर मुलाक़ात न हुई
बातें रोज़ होती हैं उनसे
मगर दिल की बात न हुई
बादल झूमकर बरसे सावन में
मेरे इश्क़ वाली बरसात न हुई
चाँद निकलता है रोज़ फलक पे...
मगर मुलाक़ात न हुई
बातें रोज़ होती हैं उनसे
मगर दिल की बात न हुई
बादल झूमकर बरसे सावन में
मेरे इश्क़ वाली बरसात न हुई
चाँद निकलता है रोज़ फलक पे...