झूँठी आस
जब भी मैं हूँ कहता उससे कि
सुनो !
ताउम्र तुम मेरे और
मैं तुम्हारे पास में हूँ
तब न जाने क्यूँ
उसकी खमोशी कहती है
मुझसे
कि मैं झूठी आस में हूँ
#meraishq #WritcoQuote #writcopoem @Writco
सुनो !
ताउम्र तुम मेरे और
मैं तुम्हारे पास में हूँ
तब न जाने क्यूँ
उसकी खमोशी कहती है
मुझसे
कि मैं झूठी आस में हूँ
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