मैं खुद को बदलकर देखूंगा
सुनते सुनते दुनिया की मर सा गया था मैं
खुद से जीवन के अब दो पल जी कर देखूंगा
मुसीबतों से कभी डरता था बहुत मैं
पर अब उनसे टकराकर देखूंगा
फैलाता होगा उजाला सूरज रोज दुनिया में
मैं दिलों में...
खुद से जीवन के अब दो पल जी कर देखूंगा
मुसीबतों से कभी डरता था बहुत मैं
पर अब उनसे टकराकर देखूंगा
फैलाता होगा उजाला सूरज रोज दुनिया में
मैं दिलों में...