खामोशियाँ....
जुस्तजू साँस लेने लगी है पनाह में तेरी,
घूंट भर आगाज़ करने लगी हैं राह में तेरी,
अल्फाज़ ए दिल यूं बे फ़स्ल ना बरसे थे,
एहसास फ़ानी होने लगे हैं ख़्वाह में...
घूंट भर आगाज़ करने लगी हैं राह में तेरी,
अल्फाज़ ए दिल यूं बे फ़स्ल ना बरसे थे,
एहसास फ़ानी होने लगे हैं ख़्वाह में...