...

3 views

मुसाफिर
मुसाफिर हूं बड़ी दूर जाना है,
थोड़ी दूर है पर मकाम को पाना है,
कुछ साथी साथ है,
साथियों के संग संग जाना है,
थोड़ी दूर है पर मकाम को पाना है,
कुछ रास्ते जाने पहचाने,
कुछ अंजान राहों पर भी जाना है,
थोड़ी दूर है पर मकाम को पाना है,
भटकाती है कुछ राहें,
कभी भटक भी जाता हूं,
कभी लगता पास है मकाम,
कभी खुद ही दूर हो जाता हूं,
मुसाफिर हूं बड़ी दूर से आया हूं,
थोड़ा रुका, थोड़ा भटका,
पर अपनी मंजिल पर आया हूं।।
© t@nnu