जज़्बातो
क्या जानते हो तुम जज़्बातो के खेल को
कभी अंदर एक तूफान चलता है
कभी बाहर एक गहरी शांति रहती है
जब दिल रोता है तब आंखों में चमक और होठों पे मुस्कान होती है
जब आंखें रोती हैं तब दिल में एक अलग सी शांति का साया होता है
क्या जानते हो तुम जज़्बातो खेल को
कभी कोई अपना होते हुए भी पराया हो जाता...
कभी अंदर एक तूफान चलता है
कभी बाहर एक गहरी शांति रहती है
जब दिल रोता है तब आंखों में चमक और होठों पे मुस्कान होती है
जब आंखें रोती हैं तब दिल में एक अलग सी शांति का साया होता है
क्या जानते हो तुम जज़्बातो खेल को
कभी कोई अपना होते हुए भी पराया हो जाता...