इश्क़
बेचैन सा उसका दिल
अपने भीतर कई ज़ख्म छुपाये हुए है
और उसकी घुटन
उसे तिल-तिल कर जलाए जा रही है
ये 'इश्क' क्या बस उसे ही था
या उसको भी था
जो बेवफ़ाई की धूंध में छुप गया है
एक गहरी...
अपने भीतर कई ज़ख्म छुपाये हुए है
और उसकी घुटन
उसे तिल-तिल कर जलाए जा रही है
ये 'इश्क' क्या बस उसे ही था
या उसको भी था
जो बेवफ़ाई की धूंध में छुप गया है
एक गहरी...