थोड़ा, बदल सा गया हूं मैं ।
थोड़ा, बदल सा गया हू मैं,
वैसे कोई तकलीफ तो नहीं है,
पर अब जिंदगी से थोड़ा , थक सा गया हू मैं,
हां, शायद बदलसा गया हूं मैं।
बात करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता,
क्योंकि समझना कोई नहीं चाहता।
सबकी अपनी इच्छाएं हैं मुझसे,
सबके अपने मोह, ...
वैसे कोई तकलीफ तो नहीं है,
पर अब जिंदगी से थोड़ा , थक सा गया हू मैं,
हां, शायद बदलसा गया हूं मैं।
बात करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता,
क्योंकि समझना कोई नहीं चाहता।
सबकी अपनी इच्छाएं हैं मुझसे,
सबके अपने मोह, ...