इश्क मेरा
कुछ लम्हों तक था बेशुमार इश्क मेरा
अपने ही हाथों हुआ शिकार
कभी गलतफहमियां , कभी नाराजगी,कभी शक की दीवार हुआ इश्क मेरा
मै हर वक्त उसका खयाल करता रहा
पता नहीं किस लापरवाही से हुआ बीमार इश्क मेरा
शहर में मशहूर थे कई...
अपने ही हाथों हुआ शिकार
कभी गलतफहमियां , कभी नाराजगी,कभी शक की दीवार हुआ इश्क मेरा
मै हर वक्त उसका खयाल करता रहा
पता नहीं किस लापरवाही से हुआ बीमार इश्क मेरा
शहर में मशहूर थे कई...