कमबख्त आदतें
कुछ बातें अधूरी रह जाती है
कुछ उम्मीदें टूट जाती है
वो बेबाकी से कहने की आदत
और सब कुछ कह देने की राहत
सब कुछ एक दिन छूट जाती है
रात होते ही मैसेज करने की
दिन भर की बातें कहने की
वो सारी बकवास...
कुछ उम्मीदें टूट जाती है
वो बेबाकी से कहने की आदत
और सब कुछ कह देने की राहत
सब कुछ एक दिन छूट जाती है
रात होते ही मैसेज करने की
दिन भर की बातें कहने की
वो सारी बकवास...