नेता जी ।
हमारी क्या औकात है
कि हम कुछ बोल दें ।
मौत ही आ जाए
अगर मुंह खोल दें ।
कब्र और चिता
तो इनके औजार हैं
जनता की तकलीफें
इनके हथियार हैं ।
खाकी...
कि हम कुछ बोल दें ।
मौत ही आ जाए
अगर मुंह खोल दें ।
कब्र और चिता
तो इनके औजार हैं
जनता की तकलीफें
इनके हथियार हैं ।
खाकी...