युवा चलन
न पदवी है ,न सरकार
फिरते रहते बिना ध्यान
कितनी गलियां भरमाते
कहलाते है बेरोजगार ।
यूं तो कोई काम नही
ड्यूटी भी तो लगती नही
कोसते बस सुबह शाम ...
फिरते रहते बिना ध्यान
कितनी गलियां भरमाते
कहलाते है बेरोजगार ।
यूं तो कोई काम नही
ड्यूटी भी तो लगती नही
कोसते बस सुबह शाम ...