...

2 views

स्त्री हूँ मैं स्त्री हूँ
स्त्री हूँ मैं स्त्री हूँ, मेरा यूँ अपमान न करो,
मेरा अपना भी कुछ वज़ूद है, अपना भी आत्मसम्मान है।
कब तक छली जाती रहूँगी मैं "प्रेम,त्याग, ममता,समर्पण,परिवार,
धर्म, संस्कृति,समाज,, आदि के नाम पर।
कब तक लड़ना...