नई सी लड़की, पुराने ख़यालों की🤗
नई सी लड़की हूँ, पुराने ख़यालों की,
आधुनिकता में बसी, मगर रस्मों-रिवाजों की।
चलते-फिरते वक़्त के साथ, सपनो के पीछे भागती हु,
पर ठहराव की कीमत, अब भी समझती हूं।
नए सपनों की उड़ान, आसमान में भरती हूँ,
मगर ज़मीन से जुड़ी, मैं वही रहती हूँ।
कदम-कदम पर बढ़ते हुए, नई मंज़िलें...
आधुनिकता में बसी, मगर रस्मों-रिवाजों की।
चलते-फिरते वक़्त के साथ, सपनो के पीछे भागती हु,
पर ठहराव की कीमत, अब भी समझती हूं।
नए सपनों की उड़ान, आसमान में भरती हूँ,
मगर ज़मीन से जुड़ी, मैं वही रहती हूँ।
कदम-कदम पर बढ़ते हुए, नई मंज़िलें...