चुप कर ज्यादा मत बोल
पहली बार तब बोली! जब भाई के हाथ मे पैसे थमाकर चुप रहने की दे दी गई गोली ! पढ़ने गई तो खूब ताने मिले! मैने भी अपने पुराने घाव अपने आसुओ से सिले! क्या यही था मेरी जिंदगी मे मेरा रोल! फिर भी सब कहते रहे चुप कर ज्यादा मत बोल! _वर्षा राजपूत